7 अगस्त 20, मुंबई अनोखी रिश्तेदारिया ... 1990 मे बनी सुपरहिट हिन्दी फिल्म अग्निपथ मे विजय दि नानाथ चौहान (अमिताभ बच्चन) और इंस्पेक्टर गायतोंडे (विक्रम गोखले) के बीच एक संवाद है , जो हमारी आसपास की परिस्थिति का ( खासकर मुंबई का ) बड़ी बखुबी से वर्णन करता है . " कहने को तो यह शहर है , लेकिन आज भी यहा जंगल का कानून चलता है . यहा हर ताकतवर अपने से कमजोर को मारकर जीता है . चीटि को बिस्तूईया ( छिपकली ) खा जाती है , और बिस्तूईया को मेंढक . मेंढक को साप निगल लेता है . नेवला साप को फाड़ देता है . भेड़िया नेवले का खून चूस लेता है और शेर भेड़िये को चबा जाता है ." कहने को तो यह फिल्म का एक डायलॉग है , जंगल की परिस्थिति (ecosystem) को सही तरीके वर्णित भी करता है , लेकिन इसमे हमारे जीवन के लिए काफी बड़ी सीख है . खैर . जंगल मे भी होती है रिश्तेदारीया .. एक ओर हम देखते है हर छोटे जानवर को बड़ा , ताकतवर जानवर खा ...
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