नाम मे क्या रक्खा है? कल हमारे स्कूल साथियो के व्हाट्सप्प ग्रुप मे चर्चा अपने चरम पर थी. विषय अर्थात वही, सर्व विदित और सबका प्रिय - राजनीति, और आने वाले दिनो मे क्या होगा, होना चाहिए.. मेरे एक मित्र, जो थोड़े ज्यादा अच्छा पढ़े लिखे है, और विदेशों मे रहे हैं ( जाहिर है उनकी विचारधारा शायद थोड़ी अलग हो गयी हो. या, जबरदस्ती से रखनी पड़ती हो, ताकि उनकी सोशल मीडिया प्रोफ़ाइल, "अमरीका compliant " रहे) हिंदूत्व या फिर भारतीय राजनीति पर बहुत ही अलग राय रखते है. बिल्कुल उसी तरह भड़काऊ जो आजकल अलग-अलग न्यूज चैनलों पर " Harvest " की जा रही है. वैसे , आप सबसे मेरी एक गुजारिश है, गूगल इमेजेस पर आप "हिंदुत्व " सर्च कीजिए , और देखिए परिणाम। विचलित हो जाओगे। क्या "हिंदुत्व" का चित्र - काल्पनिक या यथार्थ हाथ में त्रिशुल ले कर घूमना या , हिन्दू आतंकवाद है ? बिल्कुल नहीं. खैर , यह एक गहन विषय है अपने आप में , और इस पर मंथन अलग से होगा। ख़ैर, बहस के इसी गहमागहमी के बीच किसीने मेरा नाम गलत लिख दिया, और मेरे एक मित्र ने...
A blog on Bharat. Sports. Politics. Current affairs. Marketing. Technology. Business - Dhananjay M. Deshmukh