2 अगस्त 20, मुंबई खेल पैसे का , या खेल का पैसा ?? वैश्विक कोरोना महामारी ने व्यापार उद्योग जगत के साथ खेल और मनोरंजन जगत को भी अपनी चपेट में लिया . मॉल , सिनेमा हॉल बंद हो जाने से लोगों के पास मनोरंजन के सीमित साधन रह गए . और यही पर ऑनलाइन मॉडेल काम कर गया . ऑनलाइन मॉडेल मे , अनेक लोग एक वस्तू लेने के लिए एक जगह आने के बजाय , एक वस्तू अनेक लोगों के पास एक ही वक्त पर पहुच सकती है , और वह भी उनके बताए गए समय पर , उनके घर , मोबाइल और टीव्ही पर . जब चाहे तब , जितनी बार तब देखिए - यही ऑन - डिमांड मनोरंजन का ब्रीद था , लेकिन उसे चाहिए वैसा प्रतिसाद मिल नहीं रहा था - कभी ब्रॉडबैंड की वजह से तो कभी जरूरत ना दिखने पर . लेकिन कोरोना महामारी ने आम नागरिक को छोटे से छोटे शेल या कवर ( घर ) मे धकेल दिया ( घर - सोसाइटी - ऑफिस - मार्केट - गाव - विदेश उल्टे क्रम में पढ़े ). इस वजह से लोग ऑनलाइन प्लेटफॉर्म (Amazon Prime, Netflix, Hotstar, Zee5) की तरफ आक...
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